श्लोक श्लोक
भव्य भगवद्गीता देता है ब्रह्मज्ञान का यही श्लोक। भव्य भगवद्गीता देता है ब्रह्मज्ञान का यही श्लोक।
सिर पर गगरी संस्कृत हो भरी जिसमें उर्दू अमृत सी हो सिर पर गगरी संस्कृत हो भरी जिसमें उर्दू अमृत सी हो
करोमि आशां वर्षे अस्मिन् सुख-दुख-भयकष्टेभ्यः मनः भवतु अनभिज्ञम् । मुखे सर्वेषाम् आगच् करोमि आशां वर्षे अस्मिन् सुख-दुख-भयकष्टेभ्यः मनः भवतु अनभिज्ञम् । मुखे सर्वेष...
बुझी चिंगारी सन-सत्तावन की बुझी चिंगारी सन-सत्तावन की
प्रसारित करना होगा ताकि सबकोई संस्कृत को ओर ज्यादा आसानी से सीख और बोल पाएं। प्रसारित करना होगा ताकि सबकोई संस्कृत को ओर ज्यादा आसानी से सीख और बोल पाएं।